
देहरादून, 18 नवंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित नशामुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने युवाओं से नशे के विरुद्ध दृढ़ संकल्प लेने और अपने साथियों को भी इसके लिए जागरूक करने की अपील की।
सीएम धामी ने कहा कि नशा सिर्फ एक गलत आदत नहीं, बल्कि समाज को भीतर से खोखला करने वाली भयावह चुनौती है। उन्होंने कहा कि नशे का प्रसार आज वैश्विक स्तर पर एक साइलेंट वॉर की तरह है, और इसका सबसे बड़ा निशाना हमारी युवा शक्ति है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नशामुक्त भारत अभियान शुरू कर इसे एक जन-आंदोलन का स्वरूप दिया। सरकार ने सभी जनपदों के शिक्षण संस्थानों में एंटी-ड्रग कमेटियां गठित की हैं। साथ ही उत्तराखंड की प्रसिद्ध ऐपण कला को नशा-विरोधी संदेशों से जोड़ा गया। युवाओं की ऊर्जा सकारात्मक दिशा में लगाने के लिए दगड़िया क्लब का गठन।
तीन साल में 6 हजार से अधिक आरोपी पकड़े
राज्य सरकार ने 2022 में त्रिस्तरीय एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन किया था। मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि 3 साल में 6 हजार से अधिक आरोपी गिरफ्तार कर 200 करोड़ रुपए से अधिक का नशीला पदार्थ बरामद किया गया है।
प्रदेश के सभी जिलों में नशा मुक्ति केंद्रों को सशक्त किया जा रहा है। वर्तमान में राज्य में चार इंटीग्रेटेड रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर एडिक्ट्स (IRCA) और AIIMS ऋषिकेश की मदद से ATF भी संचालित हो रहे हैं।
युवाओं से ही बनेगा नशामुक्त उत्तराखंड
मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं से आग्रह किया कि वे नशे को ना कहने के साथ-साथ अपने दोस्तों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करें। कहा उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाना है, और यह तभी संभव है जब हमारी युवा पीढ़ी नशे से दूर रहकर सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़े। सीएम धामी ने कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों को नशा मुक्त भारत की शपथ दिलाई और राज्य स्तरीय भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया। मौके पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक सविता कपूर, ओबीसी आयोग अध्यक्ष संजय नेगी, सचिव समाज कल्याण डॉ. श्रीधर बाबू, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. वी मुरुगेशन, निदेशक समाज कल्याण डॉ. संदीप तिवारी आदि मौजूद रहे।

