
उत्तराखंड: उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार अब और अधिक सख्ती और संवेदनशीलता के साथ काम करने जा रही है। मंगलवार को सचिवालय स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भवन में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की। बैठक में प्रदेश में सड़क सुरक्षा की वर्तमान स्थिति, दुर्घटनाओं के कारणों और भविष्य में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए किए जाने वाले सुधारों पर विस्तृत चर्चा की गई।
सीएम धामी ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल विभागीय जिम्मेदारी नहीं बल्कि जनजीवन से जुड़ा अहम मुद्दा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जमीनी स्तर पर ठोस रणनीति बनाकर तुरंत प्रभाव से लागू की जाए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान करके उनका सुधार किया जाए, राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर सुरक्षा संकेतों को दुरुस्त किया जाए और ट्रैफिक नियमों का पालन सख्ती से सुनिश्चित कराया जाए। सीएम धामी ने ओवरस्पीडिंग और नशे में ड्राइविंग पर कड़ी कार्रवाई करने, स्कूल-कॉलेज रूट पर विशेष रोड सेफ्टी ड्राइव चलाने और वाहनों की फिटनेस जांच को और सख्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए तकनीकी निगरानी और जन-जागरूकता अभियानों को मिलाकर व्यापक प्रयास किए जाएँ।
बैठक के दौरान सड़क सुरक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए अधिकारियों, संस्थानों और स्वयंसेवी संगठनों को सम्मानित किया गया। सीएम ने उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा की दिशा में ऐसे प्रयास पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक हैं। बैठक में परिवहन विभाग, पुलिस, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, एनएचएआई और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सीएम ने सभी विभागों के बीच बेहतर समन्वय बनाकर सुरक्षित और दुर्घटनारहित उत्तराखंड बनाने का संकल्प दोहराया।

