देहरादून, 14 नवंबर 2024 : उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने डिजिटल अरेस्ट स्कैम का बड़ा खुलासा करते हुए 87 लाख की ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य आरोपित को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह खुद को सीबीआई और मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए लोगों को डराता था और उन्हें घर में ही “डिजिटल अरेस्ट” कर भारी रकम ठगता था।
एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि बसंत विहार के एक बुजुर्ग से अगस्त–सितंबर में मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी देकर 87 लाख रुपये विभिन्न खातों में जमा कराए गए। यह रकम राजेश्वरी जीएके एंटरप्राइज नामक फर्म के यस बैंक खाते में मिली। तकनीकी विश्लेषण से संदिग्ध मोबाइल नंबर, बैंक खातों और कॉल डिटेल्स की जांच की गई, जिसके बाद आरोपी किरण कुमार केएस, निवासी येलहंका (बेंगलुरु) की पहचान हुई। स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को दबोचा गया। उसके पास से तीन मोबाइल, एक लैपटॉप, कई सिम कार्ड और फर्जी चेकबुक भी बरामद की गईं।
जांच में सामने आया कि आरोपी के खाते से जुड़े 24 से अधिक साइबर फ्रॉड मामलों में देशभर में शिकायतें दर्ज हैं और उसके खाते में नौ करोड़ से अधिक की संदिग्ध लेनदेन प्रविष्टियां पाई गई हैं। एसटीएफ ने आरोपी को छह दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है।
साइबर क्राइम से ऐसे बचें
एसटीएफ ने चेतावनी दी है कि कोई भी सरकारी एजेंसी ऑनलाइन “अरेस्ट” नहीं करती। अज्ञात नंबर से आने वाले वीडियो कॉल, धमकी या जांच के नाम पर मांगी जा रही जानकारी पर विश्वास न करें और तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन से संपर्क करें।

