देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तर की परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है।
यह SIT देहरादून ग्रामीण की एसपी जया बलूनी की अध्यक्षता में काम करेगी और एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। जांच की निगरानी हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश करेंगे। मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि छात्रों के हितों की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले पर सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य में संगठित रूप से ‘नकल जिहाद’ चलाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन सरकार की मंशा साफ है—नकल माफियाओं को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
पुलिस ने इस कांड में अब तक मुख्य आरोपी खालिद मलिक और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि खालिद ने परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र की तस्वीरें निकालकर बहन को भेजीं, जिसने एक सहायक प्रोफेसर से संपर्क कर उत्तर प्राप्त किए।
पेपर लीक कांड उजागर होने के बाद बेरोजगार युवाओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रदेशभर में प्रदर्शन जारी हैं और युवा परीक्षा रद्द करने के साथ दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उधर, कांग्रेस ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस प्रकरण को ‘नकल जिहाद’ बताकर असल मुद्दे से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है।

